सामूहिक होलिका दहन
“भक्ति, परंपरा और एकता का पर्व”
देव सेना द्वारा प्रतिवर्ष फरीदाबाद के बल्लभगढ़ स्थित दशहरा मैदान में सामूहिक होलिका पूजन एवं दहन का भव्य आयोजन किया जाता है। आधुनिक शहरी जीवन में जहां एकल परिवार और सीमित स्थान के कारण लोग घरों में विधिवत होलिका पूजन नहीं कर पाते, वहीं देव सेना ने इस सामाजिक और धार्मिक आवश्यकता को समझते हुए सामूहिक रूप से इस पर्व को मनाने की परंपरा शुरू की। आज यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए एक अद्भुत आध्यात्मिक अवसर बन चुका है।
इस पावन अवसर पर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु एकत्र होकर होलिका माता का विधिपूर्वक पूजन करते हैं, और अग्नि में आहुति अर्पित कर अपने मन, वचन और कर्मों की बुराइयों का दहन करते हैं। वातावरण “जय होलिका माता”, “प्रहलाद अमर रहें” जैसे भक्तिमय नारों से गूंज उठता है। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था को पुनः जागृत करता है, बल्कि समाज में सामूहिकता, मेल-मिलाप और संस्कृति के प्रति सम्मान को भी बल देता है।
सामूहिक होलिका दहन का यह पर्व एक सच्ची भक्ति और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। देव सेना के इस प्रयास से जहां पुरातन परंपराएं पुनर्जीवित हो रही हैं, वहीं नई पीढ़ी को भी सनातन मूल्यों से जुड़ने का सशक्त माध्यम मिल रहा है। यह आयोजन हर वर्ष भक्तों के लिए आत्मिक शुद्धि और सामाजिक एकता का दिव्य संगम बनकर आता है।








